Primary Market Vs Secondary Market: अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं या स्टॉक मार्केट को समझना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि Primary Market और Secondary Market क्या होते हैं।
ये दोनों ही स्टॉक मार्केट के दो महत्वपूर्ण हिस्से हैं और दोनों की अपनी-अपनी भूमिका है। इस ब्लॉग में हम इन दोनों के बीच के फर्क को आसान भाषा में समझेंगे।
Primary Market क्या होता है?
Primary Market वह बाज़ार होता है जहाँ कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर पब्लिक को बेचती है। इसे “New Issue Market” भी कहा जाता है। जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर लोगों को बेचने के लिए लाती है, तो इसे IPO (Initial Public Offering) कहा जाता है।
प्राइमरी मार्केट की मुख्य विशेषताएं:
- कंपनी और निवेशक के बीच डायरेक्ट लेनदेन होता है।
- शेयर पहली बार पब्लिक को ऑफर किए जाते हैं।
- शेयर की कीमत कंपनी तय करती है (Fixed या Book Building प्रक्रिया के तहत)।
- इस मार्केट से कंपनी को कैपिटल (धन) मिलता है।
उदाहरण: मान लीजिए कि ZYX कंपनी पहली बार शेयर मार्केट में लिस्ट हो रही है और ₹100 पर अपने शेयर बेच रही है। जो लोग IPO में अप्लाई करते हैं, वे प्राइमरी मार्केट में हिस्सा ले रहे होते हैं।
Secondary Market क्या होता है?
Secondary Market वह बाज़ार होता है जहाँ शेयरों की खरीद-बिक्री उनके IPO के बाद होती है। यानी जब कोई कंपनी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाती है, तब उसके शेयरों की ट्रेडिंग Secondary Market में शुरू होती है।
सेकेंडरी मार्केट की मुख्य विशेषताएं:
- यहां निवेशक आपस में शेयरों की खरीद-बिक्री करते हैं।
- कंपनी को सीधे कोई पैसा नहीं मिलता।
- शेयर की कीमत मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती है।
- शेयर तुरंत खरीदे-बेचे जा सकते हैं।
उदाहरण: अगर आपने TCS का शेयर ₹3000 में खरीदा और किसी और को ₹3200 में बेचा, तो यह लेन-देन Secondary Market में हुआ।
Primary Market Vs Secondary Market
तुलना का आधार | Primary Market | Secondary Market |
---|---|---|
उद्देश्य | कंपनी को कैपिटल जुटाना | शेयरों की ट्रेडिंग और लिक्विडिटी |
लेन-देन किसके बीच | कंपनी और निवेशक | निवेशक और निवेशक |
शेयर की पहली बिक्री | हाँ | नहीं |
शेयर की कीमत कौन तय करता है | कंपनी (IPO प्राइस) | डिमांड और सप्लाई (मार्केट प्राइस) |
उदाहरण | IPO में निवेश करना | NSE/BSE पर ट्रेडिंग करना |
पैसा किसे मिलता है | कंपनी को | पुराने शेयरधारक को |
Primary Market के फायदे
- कंपनी को सीधे फंड्स मिलते हैं ग्रोथ के लिए।
- निवेशकों को कंपनी के शुरुआती स्टेज में निवेश का मौका मिलता है।
- अक्सर IPO में शेयर की कीमत कम होती है।
Secondary Market के फायदे
- शेयर को कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है – लिक्विडिटी।
- निवेशक प्रॉफिट बुक कर सकते हैं।
- रियल-टाइम प्राइस पर ट्रेडिंग संभव होती है।
- Long-term और short-term दोनों तरह के निवेश के लिए उपयुक्त।
क्या रिस्क होते हैं इन मार्केट्स में?
Primary Market:
- IPO ओवरप्राइस हो सकता है।
- कंपनी का प्रदर्शन भविष्य में कैसा रहेगा, यह अनिश्चित होता है।
Secondary Market:
- शेयर की कीमतें तेज़ी से ऊपर-नीचे हो सकती हैं।
- मार्केट से जुड़ी खबरों और ग्लोबल इवेंट्स का असर।
Primary और Secondary Market में कैसे निवेश करें?
🧾 Primary Market:
- IPO के लिए SEBI-registered ब्रोकर या बैंक से अप्लाई करें।
- Zerodha, Groww, Upstox जैसे ऐप्स से भी आवेदन कर सकते हैं।
📈 Secondary Market:
- Demat और Trading Account की जरूरत होती है।
- NSE या BSE पर शेयर की कीमत देखकर Buy/Sell करें।
- Risk Management के लिए स्टॉप लॉस और लिमिट ऑर्डर लगाएं।
क्या आपको दोनों मार्केट्स में निवेश करना चाहिए?
जी हां, अगर आप एक समझदार निवेशक बनना चाहते हैं, तो दोनों मार्केट्स को समझना जरूरी है।
- Primary Market से आप नए और संभावनाशील कंपनियों में निवेश कर सकते हैं।
- Secondary Market में आप समय के साथ पोर्टफोलियो बना सकते हैं और जरूरत पड़ने पर शेयर बेच सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
Primary Market और Secondary Market स्टॉक मार्केट की दो मजबूत पिलर हैं। जहां Primary Market से कंपनी को ग्रोथ के लिए पूंजी मिलती है, वहीं Secondary Market निवेशकों को लिक्विडिटी और रिटर्न कमाने का अवसर देता है।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश की शुरुआत कर रहे हैं, तो इन दोनों को समझना आपके लिए पहला कदम होना चाहिए।
FAQs – Primary Market Vs Secondary Market
Q. क्या IPO में निवेश करना फायदेमंद होता है?
हाँ, अगर कंपनी मजबूत है और वैल्यूएशन सही है, तो IPO में निवेश फायदेमंद हो सकता है।
Q. क्या Secondary Market में ट्रेडिंग रिस्की होती है?
हाँ, क्योंकि कीमतें लगातार बदलती हैं, इसलिए रिस्क रहता है। लेकिन रिस्क को कम करने के लिए रिसर्च और स्ट्रेटजी जरूरी है।
Q. क्या दोनों मार्केट्स के लिए एक ही Demat अकाउंट चलता है?
जी हाँ, आप एक ही Demat और Trading अकाउंट से IPO और ट्रेडिंग दोनों कर सकते हैं। WhatsApp Channel
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Disclaimer – “यह लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।” (This post is for educational purposes only. Consult your financial advisor before making investment decisions.)
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