Bihar Board 12th Hindi 2 Marks MVVI Subjective Question Answer 2026: नमस्कार दोस्तों, यदि आप भी बिहार बोर्ड से कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2026 में शामिल होने वाले हैं, तो आपके लिए यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा, क्योंकि इस लेख में कक्षा 12वीं हिन्दी के सभी महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय प्रश्न (2 Marks Question Answer) को जानेंगे।
Bihar Board 12th Hindi 2 Marks MVVI Subjective Question Answer 2026 ~ OverAll
Name Of The Board | Bihar School Examination Board, Patna |
Name Of The Post | Bihar Board 12th Hindi 2 Marks MVVI Subjective Question Answer 2026 – बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं हिन्दी के VVI Subjective Question Answer यहां से Download करें @biharboad.news |
Name Of The Subject | BSEB Hindi |
Types Of Questions | 2 Mark’s Subjective Question |
Question Guess by | Mr. Nesar Sir (Exam Expert) |
Our Application | App Download |
Official Website | @biharboardonline.com |
Bihar Board 12th Hindi 2 Marks Exam Pattern 2026 ~ सम्पूर्ण जानकारी
हेलो बच्चों, Bihar Board 12th Hindi Syllabus 2026 के अनुसार आपके बोर्ड परीक्षा में हिंदी के पद्यखंड एवं गद्यखंड से कुल 10 प्रश्न 2 मार्क्स वाले पूछे जाते हैं, इसमें से केवल 5 प्रश्नों को ही छात्रों को बनाने होते हैं। प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए 2 मार्क्स निर्धारित होता हैं।
Bihar Board 12th Hindi 2 Marks Important Subjective Question 2026 – कक्षा 12वीं हिन्दी 2 मार्क्स सब्जेक्टिव क्वेश्चन 2026
गद्यखंड के महत्वपूर्ण प्रश्न
- अगर हममें वाकशक्ति ना होती तो क्या होता ?
- आर्ट ऑफ़ कन्वर्सेशन क्या हैं?
- नारी की पराधीनता कब से आरंभ हुई
- पुंडलिक जी कौन थे ?
- चौड़ और मन किसे कहते हैं?
- दिन और रात किसका प्रतीक हैं?
- डायरी क्या हैं?
- शिक्षा का क्या अर्थ हैं? एवं इसके क्या कार्य है? स्पष्ट करें।
- बुद्ध को नारियों को बौद्ध धर्म में प्रवेश की अनुमति क्यों देनी पड़ी?
- गैंग्रीन क्या होता हैं?
- तिरीछ क्या हैं? कहानी में यह किसका प्रतीक हैं?
- विद्यार्थी को राजनीति में भाग क्यों लेनी चाहिए?
- चंपारण क्षेत्र में बाढ़ की प्रचंडता के बढ़ने के क्या कारण हैं?
- बिशनी और मुन्नी को किसका प्रतीक्षा है, वे डाकिये की राह क्यों देखती हैं?
- शाहनी शेरे को क्या आशीर्वाद देती हैं?
- बिशनी मानक को लड़ाई में क्यों भेजती हैं?
- जहां भय हैं वहां मेधा नहीं हो सकती, क्यों?
- नागरिक क्यों व्यस्त हैं? क्या उनकी व्यस्तता जायज हैं?
- गंगा पर पुल बनाने में अंग्रेजों ने क्यों दिलचस्पी नहीं ली?
- भगत सिंह ने कैसी मृत्यु को “सुन्दर” कहा हैं? वे आत्महत्या को कायरता कहते हैं, इस संबंध में उनकी विचारों को स्पष्ट करें।
- रचे हुए यथार्थ और भोगे हुए यथार्थ में क्या संबंध हैं?
- जय प्रकाश नारायण कम्युनिस्ट पार्टी में क्यों नहीं शामिल हुए?
पद्यखंड के महत्वपूर्ण प्रश्न
- तुलसी सीता में कैसी सहायता मांगते हैं?
- प्रातः काल का नभ कैसे था ?
- उषा का जादू कैसा हैं?
- हरचना कौन हैं? तथा इसकी पहचान किस रूप में गई?
- चातकी किसके लिए तरसती हैं?
- लोहा क्या हैं? इसकी खोज क्यों की जा रही हैं?
- अधिनायक कौन हैं? उसकी क्या पहचान हैं?
- जन – जन का चेहरा एक कविता का भाव स्पष्ट करें।
- “दानव दुरात्मा” से क्या अभिप्राय हैं?
- शिवा जी की तुलना भूषण ने किन – किन से की हैं?
- “बाजा – बजाना” का क्या अर्थ हैं?
- पंच परमेश्वर के खो जाने पर लेखक कवि चिन्तित क्यों हैं?
- उत्सव कौन और क्यों मना रहे हैं?
- श्री कृष्ण खाते समय क्या क्या करते हैं?
- छत्रसाल की तलवार कैसी हैं? वर्णन कीजिए।
- “बिटिया” कहां-कहां लोहा पहचान पाती हैं?
- कवि ने सितारें को भयानक क्यों कहा हैं, सितारे का इशारा किस ओर हैं?
- नदियों की वेदना का क्या कारण हैं?
- ‘राख से लिपा हुआ चौका’ के द्वारा कवि विने क्या कहना चाहा हैं?
- आवाज की रोशनी या रोशनी की आवाज का क्या अर्थ हैं?
- ‘ कबहुंक अंब ‘ अवसर पाई। यहां अंब संबोधन किसके लिए हैं। इस संबोधन का मर्म स्पष्ट करें।
- प्रातः काल नभ की तुलना बहुत नीला शंख से क्यों की गई हैं?
Bihar Board 12th Hindi 2 Marks MVVI Subjective Question Answer 2026 ~ बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं हिन्दी 2 मार्क्स वाले महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उसके उत्तर
[पद्य खंड]
1. अगर हम में वाक्शक्ति ना होती तो क्या होता?
उत्तर- अगर हम में वाकशक्ति ना होती तो हम बोल नहीं पाते। अगर हम में वाक्शक्ति ना होती तो ये पूरी दुनिया (दृष्टि) गुंगी प्रतीत होती। हमें जो सुख दुःख का अनुभव होता वाक्शक्ति नहीं होने के कारण वो हम एक दूसरे को बता नहीं पातें। ये वाक्रशक्ति मनुष्य में ना होती तो सभी लोग लुज पुंज से कोना में बैठा दिए गए होते। वाक्शक्ति ईश्वर द्वारा मनुष्य को दिया गया अमूल्य वरदान है।
2. आर्ट ऑफ कन्वर्सेषन क्या है?
उत्तर- आर्ट ऑफ कन्वर्सेशन बातचीत करने की एक उत्तम कला है जो यूरोप के लोगों में पाई जाती है। इस बातचीत की कला में वे लोग ऐसी चतुराई के साथ प्रसंग छोड़ जाते है जिनको सुनकर कान को अत्यंत सुख मिलता है।
3. नारी की पराधीनता कब से आंरभ हुई?
उत्तर- जब मानव जाति ने कृषि का अविष्कार किया तो नारी घर में और पुरूष बाहर रहने लगा। यहाँ से जिंदगी दो टुकड़ो में बंट गई। घर का जीवन सीमित और बाहर का जीवन असीमित होता गया एवं छोटी जिंदगी बड़ी जिंदगी के अधिकाधिक अधिन होती चली गई। कृषि के विकास के साथ ही नारी की पराधीनता आरंभ हो गई।
4. पुंडलीक जी कौन थे?
उत्तर- पूंडलीक जी एक शिक्षक थे। ये गाँधीजी के आदर्शों को सच्चे दिल से मानने वाले बड़े ही निर्भय पुरूष थे। जिन्हें गाँधीजी ने 1917 ई0 में बेलगाँव से भितिहरवा बुलाया था। पूंडलीकजी को गाँधीजी ने इसलिए बुलाया था ताकि वो आश्रम में रहकर बच्चों को शिक्षा दे और साथ ही साथ ग्रामवासियों के दिल से अंग्रेजों के प्रति भय को दूर करे।
5. चौर और मन किसे कहते हैं? वे कैसे बने और उनमें क्या अंतर हैं?
उत्तर- जब चंपारण में बाढ़ आती थी तो उपजाऊ मिट्टी छुट छुट जाते थे क्योंकि नदी अपना पूर्व रास्ता बदल देती है, तो इस प्रकार उनकी वनावट पर उन्हें मन कहा गया है। चौर उसे कहा गया है जिनमें पानी जाड़े या गर्मी में कम हो जाता है और खेती आसानी से होती है। मन और विशाल ताल होते है। उसमें आसानी से खेती नहीं हो पाती है।
6. दिन और रात किसके प्रतीक है?
उत्तर- दिन और रात हमारे दैनिक की गतिविधियों से संबंधित है। दिन में हम अपने समस्त कार्यों का सम्पादन करते है जबकि रात्रि में पूर्ण विश्राम करते है। हमारे जीवन चक्र के दो अंग है-दिन और रात यह दोनों जीवन और मृत्यु के प्रतीक है।
7. डायरी क्या है?
उत्तर- डायरी किसी साहित्यकार या व्यक्ति द्वारा लिखित उसके महत्वपूर्ण दैनिक अनुभवों का ब्यौरा है। जिसे वह बड़ी सच्चाई के साथ लिखता है।
8. शिक्षा का क्या अर्थ है एवं इसके क्या कार्य है? स्पष्ट करे।
उत्तर- शिक्षा का अर्थ है-सीखने की एक अनवरत प्रक्रिया। मनुष्य को पूरी तरह से भारहीन, स्वतंत्र और आत्मप्रज्ञानिर्भर बनाना ही शिक्षा का कार्य है, क्योंकि ऐसा होने पर ही मनुष्य में सच्चे सहयोग, सदभाव, प्रेम और करूणा, दायित्वबोध का सर्जनात्मक विकास संभव होगा। सभी शिक्षा हमारा विस्तार करती है, हमे गहरा बनाती है व्यापकता देती है। वह हमें सीमाओं और संकीर्णताओं से उबारती है। शिक्षा का ध्येय पेशेवर दक्षता, आजीविका और सहज कुछ कर्म कौशल नहीं है। उसका कार्य है हमारा संपूर्ण अन्नयन।
9. बुद्ध को नारियों को बौद्ध धर्म में प्रवेष की अनुमति क्यों देनी पड़ी?
उत्तर- बुद्ध निवृतिमार्गी थे। उन्होने गृहस्थ जीवन को मुक्ति मार्ग में बाधक मानक संयास ग्रहण किया था। किन्तु पत्नी के आग्रह पर उन्होने अनिच्छा से नारियों को बौद्धधर्म में प्रवेश की अनुमति देनी पड़ी।
10. गैंग्रीन क्या होता है?
उत्तर- पहाड़ियों पर रहने वाले व्यक्तियों को काँटा चुमना आम बात है, परन्तु काँटा चुमने के बाद बहुत दिनों तक छोड़ देने के बाद व्यक्ति का पाँव जख्म का शक्ल रूप धारण कर लेता है। जिसका ईलाज मात्र पाँव का काटना ही है काँटा चुमने पर जख्म की ही गैंग्रीन कहते है।
11. तिरिछ क्या है? कहानी में यह किसका प्रतीक है?
उत्तर- तिरिछ छिपकली प्रजाति का जहरीला जीव है, जिसे विषखापर भी कहते है। कहानी में तिरिछ प्रचलित विश्वासों और रूढ़ियों का प्रतीक है।
12. विद्यार्थी को राजनीति में भाग क्यों लेनी चाहिए?
उत्तर- भगत सिंह का जो समय था, वो आदमी का समय था। उन्होंने कहा कि कल के समय में देश की बागडोर नौजवानों के हाथ में होगी और अगर उनको राजनीति का ज्ञान नहीं रहेगी तो वो कैसे देश की स्थितियों को संभालेंगे? भगत सिंह का कहना हैं, सभी पीड़ित शोषित है। कवि विभिन्न यूक्तियों के माध्यम से सबको वास्तविकता को दिखाने का प्रयास किया है कवि कहते है कि विचार भले ही अलग-अलग हो पर स्थिति एक समान है।
13. चंपारण क्षेत्र में बाढ़ की प्रचंडता के बढ़ने के क्या कारण हैं?
उत्तर- चंपारण क्षेत्र में पहले बहुत घना जंगल हुआ करता था, जो कि पानी को रोकना था। धीरे-धीरे जंगल की कटाई होने बाद वो महावन समतल हो गया। बाढ़ के पानी का बहाव में कोई रूकावट नहीं होता था और वहाँ बाढ़ प्रचंड रूप में आने लगा।
14. विशनी और मुन्नी को किसकी प्रतीक्षा है, वे डाकिये की राह क्यों देखती है?
उत्तर- बिशनी को अपने सिपाही पुत्र एवं मुन्नी को अपने सिपाही भाई की प्रतीक्षा है। वे डाकिये की राह चिट्ठी के लिए देखती हैं क्योंकि उसने पिछली चिट्ठी में लिखा था कि वे ब्रम्मा की लड़ाई पर जा रहे है। माँ और बेटी उसी चिट्ठी की आस लगाए बैठी है।
15. शाहनी शेरे को क्या आशीर्वाद देती है?
उत्तर- ट्रक पर बैठते समय शाहनी के पीछे गाँव के लोग शोकाकुल थे। सारा वातावरण गम में डूब गया था कोई आशीर्वाद माँग रहा था, तो कोई पछता रहा था। उसी बीच शेरे आगे बढ़कर शाहनी का पाँव छुता है और कहता है शाहनी, कोई कुछ न कर सका। राज भी पलट गया। शाहनी ने काँपता हुआ हाथ शेरे के सिर पर रखा और रूक-रूक कर कहा ‘तैनू भाग ‘जगण चन्ना।
16. बिशनी मानक को लड़ाई में क्यों भेजती है?
उत्तर- मुन्नी के विवाह की चिंता के कारण बिशनी मानक को लड़ाई में भेजती हैं, क्योंकि बिशनी के घर की हालत बहुत खराब है, मानक के सिवा घर में कोई कमानेवाला नहीं है। वैसे भी जिस समाज में बिना दहेज के बिना पैसे के शादी न हो वह समाज कलुष्ठा (गन्दा) है।
17. जहाँ भय है वहाँ मेधा नहीं हो सकती, क्यों?
उत्तर- भय हमारे चिंतन की प्रक्रिया को आक्रांत कर देता है। हम अपने जीवन में परंपराओं और रूढ़ियों पूर्व प्रदत सिद्धांतों को ही पर्याप्त और अंतिम सत्य मानकर अपनी मौलिकता और सर्जनात्मकता का नाश कर देते हैं। सर्जनात्मकता और मौलिकता की अनुपस्थिति ही वस्तुतः मेघा की अनुपस्थिति है। अतः यह कहना नितांत उचित है कि जहाँ भय है वहाँ मेधा नहीं हो सकती।
18. नागरिक क्यों व्यस्त है? क्या उनकी व्यस्तता जायज है?
उत्तर- नागरिक इसलिए व्यस्त है क्योंकि उन्हें विजयी सेना तथा शासक के स्वागत की तैयारी करना है। वे सब खुशी में झूम रहे हैं। उनकी व्यस्तता जायज नहीं है क्योंकि उन्हें तो वास्तविक स्थिति का ज्ञान ही नहीं है। उन्हें नहीं पता है कि वास्तव में उनकी जीत नहीं बल्कि हार हुई है।
19. गंगा पर पुल बनाने में अंग्रजों ने क्यों दिलचस्पी नहीं ली?
उत्तर- अंग्रेज के खिलाफ दक्षिण बिहार में क्रांतिकारी विचार फैल गए थे। अंग्रेजों के साथ वहाँ बगावत की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। अगर ये क्रांतिकारी विचार एवं बगावत अन्य जगहों पर फैल जाता तो अंग्रजों का बहुत यानि नुकसान होता है। अंग्रेज नहीं चाहते थे कि ये क्रांतिकारी विचार अन्य जगहों पर फैले, इसलिए वे गंगा पर पल बनाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे।
20. भगत सिंह ने कैसी मृत्यु को “सुन्दर” कहा है? वे आत्महत्या को कायरता कहते है, इस संबंध में उनकी विचारों को स्पष्ट करें।
उत्तर- भगत सिंह ने कहा की आजादी के लिए संघर्ष करते हुए मृत्युदंड के रूप में मिलने वाली मृत्यु ये सुंदर कोई मृत्यु नहीं हो सकती क्योंकि यह मृत्यु आगे आने वाली पीढ़ी में आजादी के लिए एक जुनून पैदा करेगी। वे व्यक्तिगत कष्ट और दुखों के चलते आत्महत्या को कायरता मानते हैं। वे अपने साथी को पत्र के माध्यम से बताना है कि विपतियाँ तो व्यक्ति को पूर्ण बनाति है। उनसे बचने के लिए आत्महत्या का रास्ता चुनना बहुत बड़ी कायरता है।
21. रचे हुए यथार्थ और भोगे हुए यथार्थ में क्या संबंध है?
उत्तर- भोगा हुआ ययार्थ एक दिया हुआ ययार्थ है। हर आदमी अपना-अपना यथार्थ रचता है और उस रचे हुए यथार्थ का एक हिस्सा दूसरी को दे देता है। हर आदमी उस संसार को रचता है जिसमें वह जीता है और भोगता है। रचने और भोगने का रिश्ता एक द्वंद्वात्मक रिश्ता है। एक के होने से ही दूसरे का होना है। दोनों की जड़े एक दूसरे में है और वही से वे अपना पोषण रस खींचते हैं। दोनों एक दूसरे को बनाते तथा मिटाते हैं।
22. जयप्रकाश नारायण कम्युनिष्ट पार्टी में क्यों नहीं शामिल हुए?
उत्तर- जय प्रकाश नारायण कम्युनिष्ट पार्टी में इसलिए शामिल नहीं हुए क्योंकि उस समय भारत गुलाम था। उन्होंने लेनिन से जो सीखा था वहाँ के जो कम्युनिष्ट है, उनको कदापि वहाँ की आजादी की लड़ाई से अपने को अलग नहीं रखना चाहिए।
[पद्यखंड]
01. तुलसी सीता से कैसी सहायता माँगते है?
उत्तर- तुलसी सीता से बचनो से ही सहायता मांगते है और माता सीता से कहते है कि यदि प्रभु मेरा नाम, दशा पूछे तो यह बता देना कि दीन-हीन निर्बल हूँ और उन्हीं का नाम लेकर अपना पेट भरता हूँ। इसिलिये वो माता सीता से आग्रह करते है। वैसे भी माता श्रीराम कि अर्धागिनी है, तो वो उनसे खुलकर बात कर सकती है। लेकिन तुलसीदास माता से भी कहते है कि उचित अवसर देख कर ही उनके बारे में बात करे।
2. प्रातः काल का नभ कैसे था?
उत्तर- प्रातः काल का नभ पवित्र, उज्ज्वल और निर्मल था। वह शंक जैसा प्रतीत हो रहा था। उस समय नभ देखने में लीपा हुआ चौका की तरह लग रहा था। पूरब में विखरी सुर्योदय के पहले की सालिमा के कारण नभ देखने में बहुत ही सुदर लग रहा था।
3. उषा का जादू कैसा है?
उत्तर- सूर्योदय से पूर्व की लालिमा और आकाश की नीतिमा दोनों एक साथ मिल गये है तो उषा का सौदर्य इतना बढ़ गया है कि उसे देखने वाले ही रह जाते है। यह उषा की जादू ही तो है। क्योंकि जो उसे देखता है, मोहित हो जाता है।
4. हरचरना कौन है? तथा इसकी पहचान किस रूप में की गई?
उत्तर- हरचरना ‘अधिनायक’ शीर्षक कविता में एक आम आदमी का प्रतिनित्व करता है। वह एक स्कूल जाने वाला बदहाल गरीब लड़का है। राष्ट्रीय त्योहार के दिन झंड़ा फहराये जाने के जलसे में राष्ट्रगान दोहराता है। हरचरना की पहचान ‘फटा सुथन्न’ पहने एक गरीब छात्र के रूप में है।
5. चातकी किसके लिए तरसती है?
उत्तर- चातकी एक पक्षी है जो स्वाती की बूँद के लिए तरसती है। वह केवल स्वाती का जल ग्रहण करती है। इसलिए वह स्वाती के जल की प्रतीक्षा सालों भर करती रहती है और जब स्वाति का बूँद आकाश से गिरता है तभी वह जलग्रहण करती है। इसी तरह दुःखी व्यक्ति सुख की आशा में चातकी की भाँति उम्मीद बाँधी रहते है। कवि के अनुसार एक न एक दिन उसके दुःखों का अंत होता है।
6. लोहा क्या है? इसकी खोज क्यों की जा रही है?
उत्तर- लोहा एक धातु है जो अपनी मजबूती, बहुउपयोगिता और सर्वव्यापकता के लिए प्रसिद्ध है। पाठ में चर्चित भिलाई, बलाडिला में लोहा की खदान भी प्रसिद्ध है। इसकी खोज इसलिए की जा रही है क्योंकि यह मानव के लिए बहुत ही उपयोगी अर्थात यह हमारी जिंदगी और संबंधो में घुल मिल गया।
7. अधिनायक कौन है? उसकी क्या पहचान है?
उत्तर- यह अधिानायक सत्ताधारी वर्ग को माना गया है। उसकी पहचाने बताती गयी है-वह मखमल पहनता है, पगड़ी छत्र धारण करता है, उसके सिर पर चंवर डुलाया जाता है, वह तोप छुड़वाकर ढोल बजवाकर अपनी जय जयकार कराता है।
8. जन-जन चेहरा एक कविता का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर- जन-जन का चेहरा एक यथार्तवादी कविता हैं, इसके रचनाकार मुक्तिबोध है, इसमें कवि भारतीय जन समूह के भावना व विचार का चित्रांकन किया है इस कविता में कवि पिड़ित शोषित असहाय जनता के चित्रण किया है, कवि लिखते है कि मजदूर चाहे वह एशिया के हो अफ्रीका के हो, अमेरिका या यूरोप के सबकी दशा एक
9. ‘दानव दुरात्मा’ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर- ‘दानव दुरात्मा से आशय उस वर्ग से है जो समाज में उत्पादन प्रक्रिया पर काबिल है तथा समाज का प्रभु वर्ग बना बैठा है। वह चरित्र से सर्वहारा का भक्षक है। उसकी आत्मा कलुषित है। अर्थात् वह अपनी प्रतिष्ठा सर्वहारा के शोषण पर निर्मित और विकसित करता रहता है।
10. शिवा जी की तुलना भूषण के किन-किन से की है?
उत्तर- शिवाजी की तुलना भूषण ने इंद्र, समुद्र अग्रि, भगवान राम, वायु, शिवजी, परशुराम, दावग्रि, चीता, बाघ, तेज तथा कृष्ण से की है।
11. ‘बाजा बजाना’ का क्या अर्थ है?
उत्तर- ‘बाजा बजाना’ का अर्थ है गुणगान करना। अर्थात किसी व्यक्ति की प्रशंसा में चाटुकारितापूर्ण बातें या प्रशंसा के गीत गाकर उसे खुश करने का प्रयास करना।
12. पंच परमेश्वर के खो जाने को लेकर कवि चिंतित क्यों है?
उत्तर- पंच परमेश्वर के खो जाने पर कवि निम्नलिखित कारणों से चिंतित है –
- (क) पहले कोई भी बात विवाद होता था गाँव में तो पंचायत के माध्यम से उसका निपटारा होता था लेकिन आज सभी न्यायालय के दरवाजा खटखटाते हैं।
- (ख) न्यायालय की प्रक्रिया बहुत ही जटिल होती है।
- (ग) न्यायालय की प्रक्रिया में पीड़ित का समय, धन और श्रम भी बर्बाद होता है।
13. उत्सव कौन और क्यों मना रहे है?
उत्तर- उत्सव शहर में रहनेवाले सामान्य नागरिक मना रहे है। उनके उत्सव मनाने का कारण निम्नलिखित है –
- (क) उनको यह पता है कि उनकी सेना ने विजय प्राप्त कर ली है और वह युद्ध क्षेत्र से वापस आ रही है।
- (ख) उन लोगों को सच बात तो बिल्कुल ही पता नही है।
- (ग) इस युद्ध में मारे गए लोगों के विषय में उन्हें कुछ भी पता नहीं है।
14. श्रीकृष्ण खाते समय क्या क्या करते हैं?
उत्तर- कृष्ण खाते समय कुछ भोजन खाते हैं तथा कुछ जमीन पर गिराते हैं। वे अपने हाथ में दही का पात्र लेना चाहते हैं। वही मुख पर माखन, मिश्री तथा दही लगा लेते हैं। उनको सब कुछ अपने हाथों से खाना अच्छा लगता है।
15. छत्रसाल की तलवार कैसी है? वर्णन कीजिए।
उत्तर- छत्रसाल की तलवार रौद्र रूप धारण कर रखा है। उनकी तलवार इतनी धारदार है कि हाथी के उपर पड़ी हुई लोहे की जालियों को काट रही है जिससे वह अंधकार को चीरकर निकालते हुए सूर्य के समान चमकती हुई प्रतीत हो रही है। उनकी तलवार शत्रुओं के गले में मृत्यु के समान लिपट रही है। शत्रुओं के सिरो की माला शिवाजी को अर्पित कर रही है।
16. ‘बिटिया’ कहाँ-कहाँ लोहा पहचान पाती है?
उत्तर- बिटिया अपने आसपास उपस्थित लोहे को पहचान पाती है। उसके आसपास चिमटा कलछुल अंगीठी, संड़सी, दरबाजे की सांकल, कब्जे, उसमें लगी किले आदि है, जिनमें वह लोहे को पहचानती है।
17. कवि ने सितारों को भयानक क्यों कहा है, सितारे का इशारा किस ओर है?
उत्तर- कवि ने सितारे को भयानक इसलिए कहा है क्योंकि यह अपनी चमक तथा दहक से जनता की शोषण करनेवालों को हानि पहुँचाता है। इन सितारों में एकता है, ज्वाला है, ताकत है। सितारों का इशारा संघर्ष कर रही जनता की ओर है। इन्हीं सितारों से तो देश के भविष्य का निर्धारण किया जाता है।
18. नदियों की वेदना का क्या कारण है?
उत्तर- नदियों के वेदना का कारण है उनके आस पास बसने वालों लोगों की पीड़ा और शोक संतापों हमारी भारतीय संस्कृति के अनुसार नदियों को ‘माँ’ कहा गया है। जब लोग कष्ट में होगे तो माँ (नदियाँ) भी दुखित हो जायेगी। अतः कवि को ऐसा लगता है कि नदियाँ भी वेदना ग्रस्त है।
19. ‘राख से लीपा हुआ चौका’ के द्वारा कवि विने क्या कहना चाहा है?
उत्तर- राख से लीपा हुआ चौका के माध्यम से कवि यह कहना चाहते हैं कि प्रातः का नभपवित्र एवं निर्मल हैं। जिस प्रकार चौका लीपने के बाद कुछ समय तक किसी को चलते फिरने नहीं दिया जाता है ताकि उस पर पैर के निशान न आये, उसी प्रकार भोर के नभ में प्रायः की ऑस के कारण गीलापन है और वह विल्कुल पवित्र एवं निर्मल है।
20. आवाज की रोशनी या रोशनी की आवाज का क्या अर्थ होता है?
उत्तर- आवाज की रोशनी या रोशनी की आवाज का अर्थ है-आवाज के अंदर छिपी ताकत जो लोगों को दूर से सावधान कर दे या व्यवस्था बदल दे यानि कि वैसे लोग जो ध न से, बल से मजबूत है, वे अपनी खुशियों को गरीबों तक नहीं पहुँचने देना चाहते हैं।
21. ‘कबहुँक अंब,’ अवसर पाई। यहाँ ‘अंब’ संबोधन किसके लिए है। इस संबोधन का मर्म स्पष्ट करे।
उत्तर- ‘कबहुँक अंब, अवसर पाई में ‘अंबे संबोधन सीता माता के लिये हुआ है। तुलसीदास जी सीता को माँ कहकर संबोधित कर रहे हैं। तुलसीदास श्रीराम को अपने हृदय में बसाना चाहता है और जानते हैं कि माँ का हृदय अत्यंत दयालु और ममता से भरा होता है। इसलिए तुलसीदास जी माता सीता से आग्रह करते है कि वो श्रीराम को उनकी याद दिलाये।
22. प्रातः काल नभ की तुलना बहुत नीला शंख से क्यों की गई है?
उत्तर- प्रातः काल का नभ नीला तो होता ही है, साथ उसका समूचा भाग नहीं दिखायी देता, उसका जो भी भाग दीखता है वह ऐसा आभासित होता है मानों नीला शंख हो। अतः यह सादृश्य स्वाभाविक प्रभावी है।
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Conclusion – सारांश
अतः इस लेख के माध्यम से मैंने आप सभी को बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं हिन्दी के 2 मार्क्स वाले अति महत्वपूर्ण सब्जेक्टिव प्रश्न एवं उसके उत्तर बताया हूं। आप सभी बच्चे ऊपर दिए गए प्रश्नों एवं उत्तर को याद कर लीजिए। क्योंकि यहां से सीधे आपके तिमाही परीक्षा, छमाही परीक्षा, सेंट-अप परीक्षा, तथा बोर्ड परीक्षा में क्वेश्चन रहेंगे।
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